कुतुब मीनार की लंबाई कितनी है? | Qutub minar ki lambai kitani hai

हेलो मित्रों कैसे हैं आप सभी आज की इस लेख में हम कुतुब मीनार के बारे में जानेंगे की कुतुब मीनार क्या है?, कुतुब मीनार की लंबाई कितनी है? , Qutub minaar ki lambai kitani hai ,कुतुब मीनार की ऊंचाई कितनी है?, कुतुब मीनार को किसने बनवाया था? एवं हम कुतुब मीनार से संबंधित और भी जानेंगे?

qutub minar ki lambai kitani hai

Qutub Minar की लंबाई कितनी है? 

यादि हम बात करे की कुतुब मीनार की ऊंचाई कितनी है तो हम आपको बता दे की कुतुब मीनार दुनिया की सबसे ऊंची मीनार है और कुतुब मीनार की लंबाई 72.5 मीटर है जो की करीब 237 फीट के लगभग होता है। और यह नीचे से 14.3 मीटर चौड़ा है और वहीं ऊपर से इसका व्यास 2.75 मीटर हो जाता है।

Qutub Minar को किसने करवाया था? 

कुतुब मीनार को बनाने में बहुत ही ज्यादा समय लगा था इस मीनार को तीन पीढ़ियों में बनाया गया था कुतुब मीनार की नीव को सन 1993 ईसवी में भारत के पहले मुस्लिम सुल्तान कुतुब उद्दीन ऐबक ने रखा था जिसके शासन काल में 2 मंजिलों के निर्माण का काम पूरा हुआ।

इसके बाद सन 1211 से 1236 तक के समय में तीसरी और चौथी मंजिल के निर्माण का काम सुल्तान शम्सुद्दीन इल्तुतमिश के देखरेख में पूरा हुआ। और फिर बाद में 5वीं मंजिल का निर्माण सुलतान फिरोज शाह तुगलक ने पूरा कराया।

Qutub Minar को बनाने में कितना समय लगा?

कुतुब मीनार को बनाने की शुरुआत सन 1993 में सुलतान कुतुबबुदिन ऐबक ने की थी परंतु वह सिर्फ पहली और दूसरी मंजिल का निर्माण ही करा पाए थे इसके बाद बाकी के मंजिलों का निर्माण उनके उत्तरा अधिकारियों ने पूरा कराया जो  1358 में पूरा हुआ ।

Qutub Minar कहां स्थित है?

यादि आप जनाना चाहते है की कुतुब मीनार कहां स्थित है और आप वहां जाना चाहते है तो हम आपको बता दे की कुतुब मीनार दिल्ली में महरौली में मेट्रो स्टेशन के नजदीक है।

Qutub Minar में कितनी सीढ़ियां है? 

यादि हम बात करे की कुतुब मीनार ( जो की भारत का सबसे ऊंचा मीनार है ) में कितनी सीढियां है तो हम आपको बता दें की  कुतुब मीनार जो 72.5 मीटर ऊंचा और पांच मंजिल का है उसमें कुल 379 सीढ़ियां है।

Qutub minar में हुई दुर्घटना

1976 से पहले, आम जनता को आंतरिक सीढ़ियों के माध्यम से मीनार की पहली मंजिल तक जाने की अनुमति थी।  आत्महत्या के कारण 2000 के बाद शीर्ष तक पहुंच बंद कर दी गई थी।  4 दिसंबर 1981 को, सीढ़ी की रोशनी विफल रही।  बाहर निकलने की ओर 300 से 400 दर्शकों ने मुहर लगा दी।  45 की मौत हो गई और कुछ घायल हो गए।  इनमें से अधिकांश स्कूली बच्चे थे।  तब से, टॉवर जनता के लिए बंद कर दिया गया है।  इस घटना के बाद से प्रवेश संबंधी नियम कड़े कर दिए गए हैं।

Qutub Minar का इतिहास

कुतुब मीनार ढिलिका के गढ़, लाल कोट के खंडहरों पर बनाया गया था। कुतुब मीनार कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद के बाद शुरू हुई थी, जिसे दिल्ली सल्तनत के पहले शासक कुतुब-उद-दीन ऐबक ने 1192 के आसपास शुरू किया था।

आमतौर पर यह माना जाता है कि टावर का नाम कुतुब-उद-दीन ऐबक के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने इसे शुरू किया था।  यह भी संभव है कि इसका नाम 13वीं सदी के सूफी संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर पड़ा हो, क्योंकि शम्सुद्दीन इल्तुतमिश उनके भक्त थे।

मीनार कुतुब परिसर के कई ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण स्मारकों से घिरी हुई है।  कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद, मीनार के उत्तर-पूर्व में कुतुब-उद-दीन ऐबक द्वारा 1198 ई. में बनाया गया था। यह दिल्ली के सुल्तानों द्वारा निर्मित सबसे पुरानी मौजूदा मस्जिद है।  इसमें मठों से घिरा एक आयताकार प्रांगण है, जिसे नक्काशीदार स्तंभों और 27 हिंदू और जैन मंदिरों के स्थापत्य सदस्यों के साथ खड़ा किया गया है, जिन्हें कुतुब-उद-दीन ऐबक द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था,

जैसा कि मुख्य पूर्वी प्रवेश द्वार पर उनके शिलालेख में दर्ज है।  बाद में, शम्स-उद-दीन इतुतमिश और अला-उद-दीन खिलजी द्वारा एक ऊंचा धनुषाकार स्क्रीन बनाया गया था, और मस्जिद का विस्तार किया गया था।  आंगन में लौह स्तंभ चौथी शताब्दी ईस्वी की ब्राह्मी लिपि में संस्कृत में एक शिलालेख रखता है, जिसके अनुसार स्तंभ को विष्णुध्वज (भगवान विष्णु का मानक) के रूप में स्थापित किया गया था, जिसे चंद्र नामक एक शक्तिशाली राजा की स्मृति में विष्णुपद के नाम से जाना जाता था।

निष्कर्ष : आज हमने क्या सिखा

हेलो दोस्तों आज के इस पोस्ट में हमने कुतुब मीनार के बारे मे जाना की कुतुब मीनार की लंबाई कितनी हैै? , Qutub mina ki uchai kitni hai एवम और भी तो दोस्तों यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी जानकारी के बारे में पता चल सके।

यदि आपको आज के हमारे इस पोस्ट कुतुब मीनार की लंबाई कितनी हैै? (Qutub minar ki lambai kitani hai) को पढ़ने में कहीं पर भी कोई भी समस्या आई है या फिर आप हमें इस पोस्ट से संबंधित कोई भी सुझाव देना चाहते हैं तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। हम इसका जल्द से जल्द रिप्लाई देने की कोशिश करेंगे।

नमस्कार , मेरा नाम धीरज है। मैं एक अभी एक Student हूं । अभी मैं ग्रेजुएशन कर रहा हूं और मैं साथ में एक Blogger भी हूं। मैं पिछले कुछ सालों से ब्लॉगिंग कर रहा हूं ।

Leave a Comment